आवोजी आवो भैरवनाथ, ओ नाकोडा वाले |
तुम हो डूंगरीया वाले, तुम हो घूँघरीया वाले ||
मस्तक मुकुट सोहे, कानो मैं कुंडल सोहे |
गले मोतियन को हार, ओह नाकोडा वाले || 1 ||
हाथे खड्गधारी, डमरू की शोभा न्यारी |
चोसठ योगिनी साथ, ओ नाकोडा वाले || 2 ||
अष्ट बुझ को धारी, शत्रु को दो सम्हारी |
मेरे तो तुम्ही एक नाथ, ओ नाकोडा वाले || 3 ||
तीर्थ नाकोडा सोहे, भव्य जीवो को मोहे |
दीपे भैरव मनोहर, ओ नाकोडा वाले || 4 ||
आवोजी आवो, भैरव दरस दिखाओ |
दुःखडा मिटाओ मेरा, नाथ ओ नाकोडा वाले ||5 ||
ध्यान तुम्हारा धरु, काज हमारो सारो |
श्री संघ के सर पर तेरा हाथ, ओ नाकोडा वाले ||
6 ||
चिंता जी चुरो ने आशा जी पूरो,
नव निधि करो मेरे नाथ,ओ नाकोडा वाले || 7 ||
नाकोडा तीर्थ की महिमा भारी, लीला भैरव की न्यारी |
............... सेवक अरज करत है चरणों की सेवा प्यारी
लगे ओ नाकोडा वाले
आवोजी आवो भैरव नाथ, ओ नाकोडा वाले || 8 ||
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