Friday, September 20, 2019

Kuber puja vidhi

कुबेर पूजन सामग्री

कुबेर जी को बिठाने के लिए चौकी
चौकी पर बिछाने के लिए लाल कपडा
जल कलश
पंचामृत
रोली , मोली , लाल चन्दन
हल्दी, धनिया, कमलगट्टा, दूर्वा
गंगाजल
सिन्दूर
लाल फूल और माला
इत्र
मिठाई
धानी
सुपारी
लौंग ,
इलायची
नारियल
फल
पंचमेवा
घी का दीपक
धूप , अगरबत्ती
कपूर

कुबेर पूजन सामग्री किसी भी किराने की दुकान या पूजन सामग्री की दुकान पर आसानी से मिल जाती हैं

कुबेर पूजा का सकंल्प

कुबेर पूजन शुरू करने से पहले सकंल्प लें। संकल्प करने से पहले हाथों में जल, फूल व चावल लें। सकंल्प में जिस दिन पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें। अब हाथों में लिए गए जल को जमीन पर छोड़ दें।

कुबेर पूजन विधि

अपने बाएँ हाथ की हथेली में जल लें एवं दाहिने हाथ की अनामिका उँगली व आसपास की उँगलियों से निम्न मंत्र बोलते हुए स्वयं के ऊपर एवं पूजन सामग्रियों पर जल छिड़कें-


ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्था गतोsपि वा l या स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्रामायंतर: शुचि: ll

सर्वप्रथम चौकी पर लाल कपडा बिछा कर कुबेर जी की मूर्ति स्थापित करे (मूर्ति ना हो तो कुबेर यन्त्र या फिर तिजोरी की पूजा करे)
कंकु से स्वस्तिक का चिन्न बनाये
श्रद्धा भक्ति के साथ घी का दीपक लगाएं। दीपक रोली/कुंकु, अक्षत, पुष्प , से पूजन करें।
अगरबत्ती/धूपबत्ती जलाये

जल भरा हुआ कलश स्थापित करे और कलश का धूप ,दीप, रोली/कुंकु, अक्षत, पुष्प , से पूजन करें।

अब कुबेर का ध्यान और हाथ मैं अक्षत पुष्प लेकर निम्लिखित मंत्र बोलते हुए कुबेर का आवाहन करे

आवाहयामि देव त्वामिहायाहि कृपां कुरु।
कोशं वद्र्धय नित्यं त्वं परिरक्ष सुरेश्वर।।

अक्षत और पुष्प कुबेर जी की मूर्ति को समर्पित कर दे
अब कुबेर जी की मूर्ति को जल, कच्चे दूध और पंचामृत से स्नान कराये (मिटटी की मूर्ति हो तो सुपारी को स्नान कराये )
कुबेर जी की मूर्ति को नवीन वस्त्र और आभूषण अर्पित करे
रोली/कुंकु, अक्षत, सिंदूर, इत्र ,दूर्वां , पुष्प और माला अर्पित करे
हल्दी, धनिया, कमलगट्टा, दूर्वा अर्पित करे
धुप और दीप दिखाए
मिठाइयाँ, पंचमेवा , धानी , गुड़ एवं ऋतुफल जैसे- केला, चीकू आदि का नैवेद्य अर्पित करे
निम्नलिखित कुबेर मंत्र का १ माला जाप करे
ऊं श्रीं ऊं ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः।’
ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं में देहि दापय
ऊँ कुबेराय नमः।’
अंत मैं कुबेर जी की आरती करे
आरती के बाद पुष्पांजलि दे
धन प्राप्ति की प्रार्थना करते हुए पूजा में प्रयोग की गई हल्दी, धनिया, कमलगट्टा, दूर्वा आदि को एक कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखना चाहिए।
कुबेर पूजा के बाद अज्ञानतावश पूजा में कुछ कमी रह जाने या गलतियों के लिए भगवान् कुबेर के सामने हाथ जोड़कर निम्नलिखित मंत्र का जप करते हुए क्षमा याचना करे

मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं सुरेश्वरं l यत पूजितं मया देव, परिपूर्ण तदस्त्वैमेव l
आवाहनं न जानामि, न जानामि विसर्जनं l पूजा चैव न जानामि, क्षमस्व परमेश्वरं l

Saturday, March 23, 2019

श्री नाकोड़ा भैरव महिमा

दोहा- विघ्न हरण मंगल करण, भैरव रविवार आज!
रिद्धि सिद्धि सहित पधारजो, पूरण करजो काज!!
ॐ जय जय श्री भैरव मंगलकारी, ॐ जय जय श्री भैरव सुखकारी!
निरंकार है ज्योति तुम्हारी, तिहूं लोक फैली उजियारी!
मस्तक मुकुट कानन कुंडल सोहै, गले मोतियन का हार मन मोहे!
रूप भैरव का अधिक सुहावे, दर्शन करके मन अति सुख पावे!
कर में खड़ग त्रिशूल विराजे, जाको देख काल डर भागे!
कर में खप्पर डमरु सोहे, दादा के दर्शन से मन अति मोहे!
नाकोड़ा नगर में तुम्हीं विराजत, तिहूं लोक में डंका बाजत!
रविवार रहे चढ़ाओ,भारी दरबार में बोली लागे प्यारी!
आरती की बोली ₹5 मण, तन मन श्रद्धा से बोले भवीजन!
भैरव सच्चे भक्तों को ही बुलावे, भावीजन से आरती उतरावे!
आरती के दर्शन है अति भारी, दादा ने सुख की दृष्टि डारी!
दुष्ट को मारने वाला दादा, सेवक जन तारण भैरव दादा!
ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी, तुम्हें सदा पूजे नर नारी!
तुम संसार शक्ति लय कीना, पालन हेतु अन्न धन दीना!
सेवक का दुख टालने वाला, सेवक को खुश करने वाला!
प्रलय काल सब नाशन हारी, तुम हो सेवक के हितकारी!
ऋषि मुनि तुम्हारे गुण गावे, सेवक जन तुम्हें नित दिन ध्यावे!
रूप भैरव देव का तुम धारा, दे सुबुद्धि सेवक जन उबारा!
रक्षा करी दुख का विनाश किया, जन-जन को भैरव ने सुख दिया!
धनवान रूप धरा जग माही, भैरव खुशियां जीवन के माही!
चमचम मनभावन आंगी सजे, भैरव दादा के दर्शन से मन तजे!
खार खूट तुम्हीं की महिमा गाजे, सुंदर मंदिर ढोल नगाड़े बाजे!
रविवार महिमा अति है भारी, भैरव दर्शन की शोभा है न्यारी!
डूंगरिया में भैरव अवतार, भैरव महिमा निशदिन अपार!
दादा की कीर्ति छाए अपरंपार, जले जग मैं ज्योत सवाई रविवार!
रविवार मेला की है अधिकाई, बाजे ढोल नगाड़ा शहनाई!
पौष मास दशमी का रसाला, नाकोड़ा भैरव की भारी लीला!
रूप आपका अति मनभावन, सेवक को दे भैरव नया जीवन!
श्री संघ के सिर पर तेरा हाथ, सेवक को देता है भैरव साथ!
संध्या भजन की महिमा है सुंदर, गाते भजन भावीजन मिलकर!
तीरथ नाकोड़ा भारी सोहै, भैरव के दरबार में मन मोहे!
भैरव दरबार में अति खुशियां, दादा के दर्शन से मन हर्षाया!
नाकोड़ा तीर्थ की महिमा भारी, भैरव की जय जय गाए नर नारी!
शत्रु नाश कीजे भैरव दादा,नितदिन ध्याउ तुम्हें दादा!
कृपा करो हे श्री भैरव दयाला, रिद्धि सिद्धि दे कर दे निहाला!
भैरव तेरा दया फल में पाऊं, भेरू महिमा जीवन भर गाऊं!
श्रद्धा भक्ति से जो जय जय गावे, वो जन्म जन्म नया जीवन पावे!
श्री भैरव दादा जीवन तार, भक्तों पर है दादा का प्यार!
भैरव महिमा गाउं बारंबार, भैरव दादा करेगा निहार!
श्री भैरव की शरण में शंकर जाय, भैरव चरणों में शीश झुकाए!

Sunday, February 3, 2019

Shri nakoda ji ektisa

🙏🏻🌹विघ्न्नविनाशक वांञ्छा पुरण श्रीभेरव इकतीसा🌹🙏🏻

🌺🌺दोहा🌺🌺
श्रीजिनदत्त कुशल गुरु के शुभ ध्यान  मे
     श्रीपार्श्व प्रभु जयकार।
आनंद मोद रहे जगत में
      जितेन्द्र विनय स्वीकार ।।
श्री भेरव इकतीसा लिखुं
ह्दय शुद्ध विचार  ।
आराधन करुं सांचा देव की
  सत्य गति आचार ।।

🕉इकतीसा पाठ🕉

हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्,मंगल  स्वरुपम् देव देवम्।
प्रत्यक्ष:दर्शनम् देही देही भेरवम्।१।
             🌹
हाजरा हुजुरम् शक्ति  पुरम्,मंगल स्वरुपम् देव देवम् ।
सर्व रोग:क्षयं कुरु कुरु भेरवम्।२।
             🌺
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
सर्व विघ्न्नोपद्रव निवारयति भेरवम्।३।
             🌼
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल  स्वरुपम् देव देवम्।
सर्व मनोवांछित पुरय पुरय भेरवम्।४।
            🍁
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल  स्वरूपम् देव देवम्।
सर्व कार्ये सिद्धि  कुरु कुरु भेरवम्।५।
              🎄
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्,मंगल  स्वरूपम् देव देवम्।
सर्व दुष्टाणां शत्रुणां उच्चाट्य उच्चाट्य भेरवम्।६।
          🍂
हाजरा हुजुरम् शक्ति  पुरम् , मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
सर्व ग्रह दु्ष्प्रभावा नाशय नाशय भेरवम्।७।
             🍃
हाजरा हुजुरम् शक्ति  पुरम्,मंगल  स्वरुपम् देव देवम्।
सर्व यंत्र  मंत्र  तंंत्र वाचा दुष्प्रभावा नाशय नाशय भेरवम्।८।
             🎋
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल स्वरुपम् देव
 देवम्।
डाकण साकण वाण व्यंतर दुष्प्रभावा नाशय नाशय भेरवम्।९।
            🌸
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
भुत बेताल पिशाच  राक्षसा:दुष्प्रभावा निवारय निवारय भेरवम्।१०।
           💐
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
सर्व भय क्लेश चिंता  चुरय चुरय भेरवम्।११।
            🌵
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम् मंगल  स्वरुपम् देव देवम्।
सर्व क्षुद्रोपद्रव स्तंभय स्तंभय भेरवम्।१२।
              🐲
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम् मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
मम् गृहे सुख शांति  समृद्धि आरोग्यं कुरु कुरु भेरवम्।१३।
          🌻
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्, मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
मम् गृहे धन धान्य परिपुर्णकुरु कुरु भेरवम्।१४।
           🌿
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम् मंगल  स्वरुपम् देव देवम्।
मम् गृहे सौभाग्य लक्ष्मी कुरु कुरु भेरवम्।१५।
            🍀
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम् , मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
मम् गृहे पुत्र पौत्र  सौख्यं कुरु कुरु भेरवम्।१६।
           🌳
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्,मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
मम्परिवारस्य यश किर्ति प्रसारय प्रसारय भेरवम्।१७।
         💐
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्,मंगल स्वरूपम् देव देवम्
सर्व राज भयं नाशय नाशय भेरवम्।१८।
             🎍
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्, मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
मम् गृहे धर्मार्थ कार्ये ऋद्धि सिद्धि  वृद्धिश्च कुरुकुरु भेरवम्।१९।
            💘
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
जिन प्रासाद कार्येअष्ट
 सिद्धिं नवनिधीं कुरु कुरु भेरवम्।२०।
          🍁
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम् मंगल  स्वरुपम् देव देवम्।
मम् व्यापार स्थले सर्व दुष्प्रभावा नाशय नाशय भेरवम्।२१।
               🐊
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्,मंगल  स्वरुपम् देव देवम्।
मम् व्यापार स्थले व्यापार वृद्धि  कुरुकुरु भेरवम्।२२।
                  🌿
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्,मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
मम् ह्रदपद्मं वासं कुरु कुरु भेरवम्।२३।
              💓
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम् ,मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
सर्व लोके मंगल  मांगल्यम् कुरु कुरु भेरवम्।२४।
             💝
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम् मंगल स्वरुपम् देवदेवम्।
सर्वदा सर्व योगे काले स्थले जयं विजयं कुरु कुरु भेरवम्।२५।
         ✊
हाजरा हुजूरम् शक्ति  पुरम्,मंगल  स्वरूपम् देव देवम्।
त्वामेव शरण्ये$हं रक्षां कुरु कुरु भेरवम्।२६।
           👏
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्,मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
त्वं मम् सर्वं देव देवम् भेरवम्।२७।
              👐
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्, मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
त्वं मम् बन्धु बान्धव मित्र  परिवार:भेरवम्।२८।
          🙏🏻
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम्, मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
सर्वदा शांति शक्तिं वृद्धिं कुरु कुरु भेरवम्।२९।
           🍀
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम् मंगल स्वरूपम् देव देवम्।
वात घात पित्त कफ दोषा:क्षयं कुरु कुरु भेरवम्।३०।
           🌾
हाजरा हुजूरम् शक्ति पुरम् ,मंगल स्वरुपम् देव देवम्।
मां लोकोत्तम् कुरु कुरु भेरवम्।३१।
🍁      दोहा            🍁
विघ्न्नहरण मंगलकरण,
भेरव इकतीसा  ध्यान ।
संकट कटे सम्मद्  बढे,
रहे जगत सन्मान्    ।।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻